शेयर बाजार का सच : ये 8 गलत बड़े myths of the stock market

क्या शेयर बाजार सिर्फ अमीरों के लिए है? क्या निवेश करना सट्टा खेलने जैसा है? क्या शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा होता है? कई लोग डर के कारण इसमें कदम नहीं रखते या सही फैसले नहीं ले पाते। ऐसे कई Myths हैं जो लोगों को सही निवेश करने से रोकते हैं। इन गलतफहमियों की वजह से कई लोग शेयर बाजार से दूर रहते हैं या गलत फैसले लेते हैं। इस ब्लॉग में हम सबसे बड़े शेयर बाजार Myths की सच्चाई जानेंगे और जानेंगे कि निवेश को लेकर सही नजरिया क्या होना चाहिए!"

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    1.  Myths  -  शेयर मार्केट सिर्फ अमीरों के लिए है

    शेयर बाजार सिर्फ अमीरों के लिए नहीं है यह हर उस व्यक्ति के लिए है जो समझदारी से निवेश करना चाहता है। कई लोग सोचते हैं कि शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए बहुत बड़ी रकम की जरूरत होती है, लेकिन यह सच नहीं है। 

    आज के समय में आप ₹100 या ₹500 जैसी छोटी राशि से भी निवेश शुरू कर सकते हैं। अगर आप सही जानकारी और धैर्य के साथ निवेश करें, तो यह छोटी रकम भी समय के साथ बढ़ सकती है।

     बहुत से आम लोग, जिन्होंने कम पैसे से शुरुआत की, आज अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप शेयर बाजार को समझें और बिना डर के सोच-समझकर निवेश करें। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होते हैं, लेकिन लंबी अवधि में सही रणनीति से निवेश करने पर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं। 

    अगर आप नियमित रूप से निवेश करें और धैर्य बनाए रखें, तो यह आपके Financial भविष्य को सुरक्षित करने में मदद कर सकता है। इसलिए, अगर आप सोचते हैं कि शेयर बाजार केवल अमीरों के लिए है, तो इस सोच को बदलने का समय आ गया है। कोई भी व्यक्ति, जो सीखना और समझना चाहता है, वह इसमें सफलता हासिल कर सकता है।

     2. Myths -  शेयर बाजार जुआ है

    शेयर बाजार जुआ नहीं है, बल्कि यह एक समझदारी भरा निवेश माध्यम है। कई लोग सोचते हैं कि शेयर बाजार में पैसा लगाना सट्टा खेलने जैसा है, लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है।

     जुए में केवल किस्मत का खेल होता है, जबकि शेयर बाजार में सफल होने के लिए रिसर्च, सही जानकारी और धैर्य की जरूरत होती है।

    अगर कोई बिना सोचे-समझे, अफवाहों के आधार पर या सिर्फ तेजी से मुनाफा कमाने की लालच में निवेश करता है, तो यह जुए जैसा हो सकता है। 

    लेकिन जो लोग कंपनी के फंडामेंटल्स, बाजार के ट्रेंड और Economic Situation का विश्लेषण करके निवेश करते हैं, वे लंबे समय में अच्छा लाभ कमा सकते हैं।

    शेयर बाजार में जोखिम होता है, लेकिन इसे सही रणनीति से कम किया जा सकता है। लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट, सही स्टॉक्स का चुनाव और धैर्य रखने से निवेशकों को फायदा होता है। 

    इसलिए, शेयर बाजार को जुआ समझने के बजाय इसे एक फाइनेंशियल टूल की तरह देखें, जिससे आप अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं और आर्थिक स्वतंत्रता हासिल कर सकते हैं।

    3. Myths -  स्टॉक मार्केट में सिर्फ Experts पैसा कमा सकते हैं

    नहीं, स्टॉक मार्केट में सिर्फ एक्सपर्ट्स ही पैसा नहीं कमाते। कोई भी व्यक्ति, जो सीखने की इच्छा रखता है और सही रणनीति अपनाता है, वह बाजार में अच्छा मुनाफा कमा सकता है।

    शेयर बाजार को समझना मुश्किल नहीं है, लेकिन इसमें जल्दबाजी और बिना सोचे-समझे निवेश करने से नुकसान हो सकता है। 

    अगर आप धीरे-धीरे सीखते हैं, अच्छी कंपनियों में निवेश करते हैं और लॉन्ग-टर्म नजरिया रखते हैं, तो आप भी मुनाफा कमा सकते हैं।

     आज के समय में इंटरनेट पर ढेर सारी जानकारी उपलब्ध है, जिससे कोई भी निवेश के मूल सिद्धांत सीख सकता है।

    महत्वपूर्ण यह है कि आप भावनाओं में बहकर निर्णय न लें, अफवाहों पर भरोसा न करें और रिसर्च के आधार पर ही निवेश करें। 

    स्टॉक मार्केट में धैर्य और अनुशासन जरूरी है। अगर आप सही समय पर सही कंपनी में निवेश करते हैं और धैर्य रखते हैं, तो आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

     इसलिए, शेयर बाजार में सफलता के लिए एक्सपर्ट होना जरूरी नहीं, बल्कि सही जानकारी और समझदारी से निवेश करना जरूरी है।

     4. Myths -  शेयर बाजार में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है

    शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कैसे निवेश करते हैं। 

    अगर आप बिना जानकारी, अफवाहों के आधार पर या जल्दबाजी में निवेश करते हैं, तो नुकसान होने की संभावना ज्यादा होती है। लेकिन अगर आप सही तरीके से, अच्छी कंपनियों में सोच-समझकर निवेश करते हैं, तो जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

     शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन लंबी अवधि में अच्छे स्टॉक्स का मूल्य बढ़ता है। अगर आप धैर्य और समझदारी से निवेश करें, तो यह आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर सकता है।

    जोखिम को कम करने के लिए आपको अपने निवेश को अलग-अलग कंपनियों और सेक्टर्स में बांटना चाहिए, जिसे डायवर्सिफिकेशन कहते हैं। 

    साथ ही, किसी भी शेयर को खरीदने से पहले कंपनी की फंडामेंटल जानकारी जैसे उसका प्रॉफिट, ग्रोथ और बिजनेस मॉडल को समझना जरूरी है। शेयर बाजार में भावनाओं से ज्यादा तर्क का महत्व होता है, इसलिए डर या लालच में आकर फैसले न लें।

     सही रणनीति और धैर्य के साथ निवेश करने पर शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है। इसलिए, इसे केवल जोखिम भरा मानना सही नहीं है, बल्कि इसे सही तरीके से समझकर निवेश करना जरूरी है।

    5. Myths शेयर खरीदकर तुरंत मुनाफा कमाना आसान है

    शेयर खरीदकर तुरंत मुनाफा कमाना आसान नहीं है। शेयर बाजार में कीमतें हर दिन ऊपर-नीचे होती रहती हैं, और शॉर्ट-टर्म में सही समय पर खरीदने और बेचने की भविष्यवाणी करना मुश्किल होता है। 

    कई लोग जल्दी मुनाफा कमाने के लिए ट्रेडिंग करते हैं, लेकिन इसमें काफी जोखिम होता है और हर किसी के लिए यह आसान नहीं होता।

    अगर कोई बिना रिसर्च किए या सिर्फ अफवाहों के आधार पर निवेश करता है, तो नुकसान होने की संभावना ज्यादा होती है। शॉर्ट-टर्म में मुनाफा कमाने के लिए बाजार के ट्रेंड, कंपनी की परफॉर्मेंस और सही एंट्री-एग्जिट पॉइंट को समझना जरूरी होता है।

      इंट्राडे ट्रेडिंग या शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग से कुछ लोग अच्छा पैसा कमा सकते हैं, लेकिन इसमें गहरी समझ, अनुभव और अनुशासन की जरूरत होती है।

    दूसरी तरफ, लॉन्ग-टर्म निवेश करने वाले लोग अच्छी कंपनियों के शेयर खरीदकर समय के साथ अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 

    इसलिए, अगर आप तुरंत मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं, तो यह आसान नहीं है और इसमें जोखिम भी ज्यादा होता है। सही रणनीति, धैर्य और समझदारी से निवेश करने पर ही शेयर बाजार में सफलता मिल सकती है।

    6.  Myths - शेयर बाजार में गिरावट (Crash) से सब कुछ खत्म हो जाता है

    नहीं, शेयर बाजार में गिरावट (Crash) से सब कुछ खत्म नहीं होता। बाजार में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है, और समय-समय पर गिरावट (Crash) या मंदी (Recession) आती रहती है।

     लेकिन इतिहास गवाह है कि हर गिरावट के बाद बाजार ने रिकवरी की है और नई ऊंचाइयों को छुआ है।

    जब बाजार क्रैश होता है, तो कई निवेशकों में डर फैल जाता है और वे घबराकर अपने शेयर बेच देते हैं, जिससे नुकसान हो सकता है। 

    लेकिन जो लोग धैर्य बनाए रखते हैं और अच्छी कंपनियों में निवेश जारी रखते हैं, वे लंबे समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 

    कई सफल निवेशकों का मानना है कि मंदी या बाजार की गिरावट निवेश के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है, क्योंकि इस दौरान अच्छे स्टॉक्स सस्ते दामों पर मिलते हैं।

    महत्वपूर्ण यह है कि आपको अच्छी कंपनियों में निवेश करना चाहिए, जो मजबूत फंडामेंटल्स और ग्रोथ पोटेंशियल रखती हैं।

    बाजार की गिरावट हमेशा स्थायी नहीं होती, और जब अर्थव्यवस्था में सुधार आता है, तो स्टॉक्स भी ऊपर चढ़ने लगते हैं। इसलिए, क्रैश को डर की नजर से देखने के बजाय इसे सही अवसर के रूप में देखने की जरूरत है।

    7. Myths - कम कीमत वाले शेयर (Penny Stocks) ज्यादा फायदे देते हैं

    कम कीमत वाले शेयर (Penny Stocks) ज्यादा मुनाफा भी दे सकते हैं, लेकिन इनमें बहुत ज्यादा जोखिम होता है। कई लोग सोचते हैं कि क्योंकि इनकी कीमत कम होती है, इसलिए इनमें निवेश करना फायदेमंद रहेगा, लेकिन यह हमेशा सही नहीं होता।

     Penny Stocks वे छोटे कंपनियों के शेयर होते हैं जिनकी कीमत आमतौर पर ₹10 या ₹20 से कम होती है। इनमें तेजी से बढ़ने की क्षमता होती है, लेकिन इनका बाजार में टिके रहना भी मुश्किल हो सकता है।

    अगर कोई कंपनी अच्छी तरह से ग्रोथ करे, तो उसका शेयर कई गुना बढ़ सकता है, जिससे निवेशकों को अच्छा फायदा हो सकता है।

     लेकिन ज़्यादातर Penny Stocks अस्थिर होते हैं और उनकी कीमत अचानक गिर भी सकती है। इनमें मैनीपुलेशन का खतरा भी ज्यादा होता है, यानी कई बार इन शेयरों की कीमतें कृत्रिम रूप से बढ़ा दी जाती हैं और फिर अचानक गिरा दी जाती हैं, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हो सकता है।

    अगर आप Penny Stocks में निवेश करना चाहते हैं, तो अच्छी तरह से रिसर्च करें और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों को ही चुनें। सिर्फ कम कीमत देखकर निवेश करना सही नहीं है। बेहतर होगा कि आप जोखिम को समझें और सोच-समझकर फैसला लें।

    8. Myths -  लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग में हमेशा फायदा  ही होता है?

    लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग में हमेशा फायदा ही होगा, ऐसा जरूरी नहीं है। हालांकि, इतिहास यह दिखाता है कि लंबी अवधि में अच्छी कंपनियों में निवेश करने से आमतौर पर फायदा होता है, लेकिन यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने किन कंपनियों में निवेश किया है और उनकी ग्रोथ कितनी अच्छी रही है।

    अगर कोई निवेशक बिना रिसर्च किए किसी भी कंपनी के शेयर खरीद लेता है और सिर्फ इस उम्मीद में रखता है कि समय के साथ उसका रिटर्न बढ़ेगा, तो ऐसा जरूरी नहीं कि उसे फायदा हो।

     कई कंपनियां समय के साथ कमजोर हो जाती हैं या बंद हो जाती हैं, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है। इसलिए, लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग में भी सही कंपनियों का चुनाव करना बहुत जरूरी है।

    लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग से फायदा कब होता है?

    • अगर आपने अच्छी फंडामेंटल्स वाली कंपनियों में निवेश किया है।
    • अगर कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है और वह लगातार ग्रोथ कर रही है।
    • अगर आप बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराए बिना धैर्य बनाए रखते हैं।

    इसका मतलब यह है कि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग एक अच्छा तरीका है, लेकिन इसमें भी सही रणनीति, रिसर्च और समझदारी जरूरी है।

    Also read : शेयर बाजार की बेसिक टर्मिनोलॉजी समझें - Step By Step Guide

      निष्कर्ष:

    शेयर बाजार को लेकर बनी गलत धारणाएं अक्सर निवेशकों को सही फैसले लेने से रोकती हैं। लेकिन अगर आप सही जानकारी, रिसर्च और धैर्य के साथ निवेश करते हैं, तो अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। 

    बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन लॉन्ग-टर्म सोच और सही रणनीति अपनाने से जोखिम को कम किया जा सकता है। इसलिए, बिना डर या अफवाहों के बहकावे में आए, समझदारी से निवेश करें और अपने वित्तीय लक्ष्यों को सफलतापूर्वक हासिल करें।

    अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करने के लिए अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलना  चाहते हो, तो  निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे और एकाउंट ओपन करवाए

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    FAQ

    क्या शेयर मार्केट जुआ है?

    शेयर मार्केट जुआ नहीं है, लेकिन बिना ज्ञान के निवेश करना जुआ बन सकता है। जुआ केवल किस्मत पर निर्भर करता है, जबकि शेयर बाजार में रिसर्च, एनालिसिस और सही रणनीति से मुनाफा कमाया जा सकता है। अगर आप बिना सोचे-समझे सिर्फ अनुमान के आधार पर ट्रेडिंग करते हैं, तो यह जुए जैसा हो सकता है। लेकिन अगर आप फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस सीखकर समझदारी से निवेश करते हैं, तो शेयर बाजार धन बनाने का एक मजबूत जरिया बन सकता है।

    शेयर बाजार में कितने लोग सफल होते हैं?

    शेयर बाजार में सफल होने वाले लोगों की संख्या कम होती है, क्योंकि ज्यादातर लोग बिना सही ज्ञान और रणनीति के निवेश या ट्रेडिंग करते हैं। लगभग 90% लोग नुकसान उठाते हैं, जबकि केवल 5-10% निवेशक और ट्रेडर लगातार मुनाफा कमा पाते हैं। सफलता के लिए धैर्य, रिसर्च, सही रणनीति, फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस, और रिस्क मैनेजमेंट जरूरी हैं। जो लोग भावनाओं से नहीं, बल्कि समझदारी से निवेश करते हैं, वही लंबे समय में सफल होते हैं।

    क्या शेयर मार्केट में पैसा डूब जाता है?

    शेयर मार्केट में पैसा तभी डूबता है जब आप बिना सही ज्ञान और रणनीति के निवेश करते हैं। अगर किसी कंपनी का बिजनेस खराब हो जाता है या वह दिवालिया हो जाती है, तो उसका शेयर पूरी तरह खत्म हो सकता है। लेकिन अगर आप अच्छी कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं और सही रिस्क मैनेजमेंट अपनाते हैं, तो नुकसान से बच सकते हैं। धैर्य और सीखने की आदत से शेयर बाजार में सफल होना संभव है।

    क्या शेयर बाजार में 90% लोगों का पैसा डूब जाता है?

    शेयर बाजार में 90% लोगों का पैसा डूबता नहीं, बल्कि गलत फैसलों के कारण वे नुकसान उठाते हैं। ज्यादातर लोग जल्दी मुनाफा कमाने के चक्कर में बिना रिसर्च के ट्रेडिंग करते हैं, जिससे नुकसान होता है। भावनाओं में आकर खरीद-बिक्री करना, गलत कंपनियों में निवेश करना और धैर्य न रखना मुख्य कारण हैं। लेकिन जो लोग सही रणनीति, फंडामेंटल एनालिसिस और रिस्क मैनेजमेंट अपनाते हैं, वे लंबे समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।


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