What is Dividend Yield? Meaning-Calculation-Advantage and Pros & Cons

जब आप किसी स्टॉक में निवेश करते हैं, तो आपका फोकस अक्सर उसके प्राइस ग्रोथ पर होता है। लेकिन क्या होगा अगर कोई स्टॉक आपको सिर्फ प्राइस Appreciation ही नहीं, बल्कि रेगुलर इनकम भी दे? यही कमाल करता है Dividend Yield!

सीधे शब्दों में कहें तो Dividend Yield यह बताता है कि किसी कंपनी द्वारा दिया गया डिविडेंड उसकी शेयर प्राइस के मुकाबले कितना आकर्षक है। यह खासकर उन इन्वेस्टर्स के लिए जरूरी होता है जो सुरक्षित और स्थिर इनकम चाहते हैं, जैसे कि रिटायर्ड लोग या लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स।

लेकिन क्या Dividend Yield ज्यादा होने का मतलब हमेशा अच्छा निवेश होता है?  इसका जवाब और इसकी पूरी गणना हम आगे इस ब्लॉग में समझेंगे!

Dividend Yield











    Dividend Yield क्या होता है? (Meaning & Basics)

    मान लीजिए, आपने एक ऐसी दुकान में पैसा लगाया है जो हर साल आपको प्रॉफिट का एक हिस्सा देती है। अब सोचिए, अगर आपको पता चले कि कुछ दुकानदार अपने निवेशकों को ज्यादा हिस्सा दे रहे हैं, तो क्या आप उनमें निवेश करना चाहेंगे? यही Concept Dividend Yield में काम करता है!

    सीधे शब्दों में कहें तो Dividend Yield यह बताता है कि किसी कंपनी द्वारा अपने निवेशकों को दिया जाने वाला डिविडेंड, उसकी मौजूदा शेयर प्राइस के मुकाबले कितना आकर्षक है। इसे एक फॉर्मूले से निकाला जाता है:

               Dividend Yield (%) = (Annual Dividend per Share ÷ Current Share Price) × 100

    उदाहरण के लिए, मान लीजिए किसी कंपनी का शेयर ₹1,000 का है और वह सालाना ₹50 का डिविडेंड देती है। तो उसका Dividend Yield (50 ÷ 1000 × 100) = 5% होगा। यानी, आपको हर साल अपनी इन्वेस्टमेंट पर 5% का अतिरिक्त कैश इनकम मिलेगा, भले ही शेयर प्राइस ऊपर-नीचे हो।

    अब सवाल ये उठता है – क्या ज्यादा Dividend Yield होना हमेशा अच्छा होता है?  जरूरी नहीं! कई बार कंपनियां सिर्फ इन्वेस्टर्स को लुभाने के लिए ज्यादा डिविडेंड देती हैं, लेकिन उनका फंडामेंटल स्ट्रॉन्ग नहीं होता। इसलिए Dividend Yield को अकेले देखकर निवेश करना सही नहीं है। इसके साथ कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ, ग्रोथ पोटेंशियल और इंडस्ट्री ट्रेंड को भी देखना जरूरी होता है।

    तो अगली बार जब आप "डिविडेंड किंग" स्टॉक्स की तलाश करें, तो सिर्फ प्रतिशत नहीं, कंपनी की सच्ची ताकत भी परखें! और उसके बाद इन्वेस्टमेंट का निर्णय ले!

    Dividend Yield की गणना कैसे करें? (Formula & Example)

    अब तक हमने समझा कि Dividend Yield हमें यह बताता है कि हमें अपने इन्वेस्टमेंट पर डिविडेंड से कितना रिटर्न मिल रहा है। लेकिन इसे सही तरीके से कैलकुलेट करना भी जरूरी है, ताकि हम समझ सकें कि कोई स्टॉक हमें वास्तव में कितना फायदा दे सकता है।

        Dividend Yield का Formula:

    👉 Dividend Yield (%) = (Annual Dividend per Share ÷ Current Share Price) × 100

    मतलब, अगर कोई कंपनी हर साल ₹10 का डिविडेंड देती है और उसका शेयर प्राइस अभी ₹200 है, तो उसका Dividend Yield (10 ÷ 200 × 100) = 5% होगा। यानी, अगर आपने ₹200 का एक शेयर खरीदा है, तो आपको हर साल 5% की डिविडेंड इनकम मिलेगी  भले ही स्टॉक प्राइस ऊपर-नीचे हो!

         एक और Example:

    मान लीजिए, दो कंपनियां हैं:

    🔹 कंपनी A का शेयर प्राइस ₹500 है और वह ₹50 का डिविडेंड देती है → Yield = (50 ÷ 500) × 100 = 10%

    🔹 कंपनी B का शेयर प्राइस ₹1,000 है और वह ₹80 का डिविडेंड देती है → Yield = (80 ÷ 1000) × 100 = 8%

    अब देखने में ऐसा लग सकता है कि कंपनी A ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि उसका Dividend Yield 10% है। लेकिन अगर कंपनी A की फाइनेंशियल हेल्थ कमजोर है और उसने सिर्फ इन्वेस्टर्स को लुभाने के लिए ज्यादा डिविडेंड दिया है, तो यह एक "डिविडेंड ट्रैप" हो सकता है!

    इसलिए, Dividend Yield कैलकुलेट करना जरूरी है, लेकिन इसे अकेले देखकर निवेश करना सही नहीं है। हमेशा कंपनी के Earnings, ग्रोथ और लॉन्ग-टर्म Stability को भी देखें ताकि आपको सही फैसला लेने में मदद मिले। 

    और अगर आप खुदसे Dividend Yield Calculate करना चाहते है तो मैंने एक विशेष Dividends Yield Calculator  बनाया है जो आपको अपने शेयरों की Dividend Yield Automatic रूप से बताएगा। यदि आप ऐसा करना चाहते हैं, तो आप उस ब्लॉग पर जा सकते हैं।

    Dividend Yield क्यों महत्वपूर्ण है?

    सोचिए, आपने एक दुकान में पैसा लगाया और वो हर साल आपको मुनाफे का एक हिस्सा देती रहे बिना कुछ किए! कितना अच्छा लगता है, है ना? Dividend Yield इसी कॉन्सेप्ट पर काम करता है। यह उन निवेशकों के लिए एक फिक्स इनकम सोर्स बन सकता है, जो सिर्फ शेयर की प्राइस ग्रोथ पर निर्भर नहीं रहना चाहते।

    1️⃣ Passive Income का शानदार जरिया

    Dividend Yield का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह एक्स्ट्रा इनकम देता है। मान लीजिए, किसी स्टॉक का Dividend Yield 5% है, तो इसका मतलब यह हुआ कि भले ही शेयर प्राइस ऊपर-नीचे हो, आपको हर साल 5% रिटर्न कैश में मिल ही जाएगा। यह रिटायर्ड इन्वेस्टर्स और लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

    2️⃣ Market Crash में भी फायदा!

    शेयर मार्केट Volatile होता है। कभी तेजी तो कभी मंदी! लेकिन अगर आपके पास अच्छे Dividend Yield वाले स्टॉक्स हैं, तो मार्केट गिरने के बावजूद आपको डिविडेंड के रूप में रेगुलर इनकम मिलती रहती है। यह कम रिस्क वाले निवेशकों के लिए Safety Cover की तरह काम करता है।

    3️⃣ मजबूत कंपनियों की पहचान

    ज्यादातर मजबूत और प्रॉफिटेबल कंपनियां ही रेगुलर डिविडेंड देती हैं। इसलिए, Dividend Yield देखकर आप यह समझ सकते हैं कि कोई कंपनी फाइनेंशियली कितनी स्ट्रॉन्ग है। यह आपको सही निवेश चुनने में मदद करता है।

    तो क्या सिर्फ Dividend Yield देखकर निवेश करें? 

    नहीं! अगर कोई कंपनी बहुत ज्यादा डिविडेंड दे रही है, तो पहले यह समझना जरूरी है कि कहीं यह एक लालच भरा जाल (Dividend Trap) तो नहीं। हमेशा कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ, ग्रोथ पोटेंशियल और इंडस्ट्री ट्रेंड को भी जरूर देखें।

    अगर आप कम रिस्क और रेगुलर इनकम चाहते हैं, तो Dividend Yield स्टॉक्स आपके पोर्टफोलियो का एक जरूरी हिस्सा हो सकते हैं!

    Dividend Yield का फायदा और नुकसान (Pros & Cons)

    अगर आपको हर साल बिना कुछ किए पैसे मिलते रहें, तो कैसा रहेगा?  यही कमाल करता है Dividend Yield! यह उन निवेशकों के लिए फायदेमंद होता है जो रेगुलर इनकम और लो-रिस्क इन्वेस्टमेंट की तलाश में रहते हैं। लेकिन हर चीज के दो पहलू होते हैं  Dividend Yield के भी! आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान।

    ✅ Dividend Yield के फायदे:

    1️⃣ Passive Income (बिना मेहनत की कमाई!)
    Dividend Yield उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो मार्केट के उतार-चढ़ाव से बचते हुए हर साल Extra Income चाहते हैं। यह रिटायर्ड लोगों और लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए फिक्स इनकम का अच्छा जरिया हो सकता है।

    2️⃣ Market गिरने पर भी फायदेमंद!
    अगर मार्केट क्रैश भी हो जाए, तो भी डिविडेंड से आपको इनकम मिलती रहती है। यानी, आपके इन्वेस्टमेंट का पूरा फायदा सिर्फ स्टॉक प्राइस ग्रोथ पर निर्भर नहीं होता।

    3️⃣ मजबूत और प्रॉफिटेबल कंपनियों की पहचान
    अच्छी कंपनियां ही रेगुलर डिविडेंड देती हैं, इसलिए Dividend Yield देखकर आप यह समझ सकते हैं कि कौन-सी कंपनी मजबूत फाइनेंशियल पोजिशन में है।

    ❌ Dividend Yield के नुकसान:

    1️⃣ Dividend Yield ज्यादा होना हमेशा अच्छा नहीं!
    अगर किसी स्टॉक का Dividend Yield बहुत ज्यादा (जैसे 12-15%) है, तो सावधान रहें! कई बार कंपनियां सिर्फ इन्वेस्टर्स को लुभाने के लिए ज्यादा डिविडेंड देती हैं, जबकि उनकी फाइनेंशियल हेल्थ कमजोर होती है। इसे "Dividend Trap" कहा जाता है।

    2️⃣ High Dividend = Low Growth?
    जो कंपनियां ज्यादा डिविडेंड देती हैं, वे अपने बिजनेस में ज्यादा पैसा इन्वेस्ट नहीं कर पातीं। इससे उनकी फ्यूचर ग्रोथ स्लो हो सकती है। यानी, ज्यादा डिविडेंड लेने का मतलब कम पूंजी ग्रोथ भी हो सकता है!

    3️⃣ Dividend Tax का झंझट!
    हालांकि डिविडेंड इनकम अच्छी लगती है, लेकिन इस पर टैक्स भी देना पड़ता है। अगर आप ज्यादा डिविडेंड कमाते हैं, तो आपको अतिरिक्त टैक्स देनी की जरूरत पड़ सकती है।

    तो क्या Dividend Yield देखना चाहिए? 

    बिल्कुल! लेकिन सिर्फ इसे देखकर निवेश करना सही नहीं होगा। हमेशा कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ, ग्रोथ पोटेंशियल और इंडस्ट्री ट्रेंड को भी जरूर समझें। Balance बनाकर निवेश करें और स्मार्ट इन्वेस्टर बनें!

    Dividend Yield vs Capital Appreciation – कौन बेहतर है?

    जब आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं, तो कमाई के दो मुख्य तरीके होते हैं – Dividend Yield और Capital Appreciation। कुछ लोग चाहते हैं कि उन्हें हर साल रेगुलर इनकम मिले, जबकि कुछ लोग लंबे समय तक निवेश करके अपने पैसे को कई गुना बढ़ाना पसंद करते हैं। लेकिन असली सवाल यह है – कौन-सा बेहतर है? 🤔

    Dividend Yield उन निवेशकों के लिए बढ़िया ऑप्शन है, जो बिना ज्यादा जोखिम उठाए हर साल स्टेबल इनकम चाहते हैं। जब कोई कंपनी अपने मुनाफे का एक हिस्सा निवेशकों को कैश डिविडेंड के रूप में देती है, तो उसे Dividend Yield कहा जाता है। 

    यह खासतौर पर रिटायर्ड लोगों या उन निवेशकों के लिए अच्छा है, जो Passive इनकम चाहते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद आपको एक Fixed इनकम मिलती रहती है। लेकिन ध्यान रखें कि अगर कोई कंपनी बहुत ज्यादा डिविडेंड दे रही है, तो वह अपने बिजनेस में कम पैसा इन्वेस्ट कर रही होगी, जिससे उसकी ग्रोथ धीमी हो सकती है।

    दूसरी तरफ, Capital Appreciation उन लोगों के लिए सही है, जो लॉन्ग-टर्म में बड़ा मुनाफा कमाना चाहते हैं। अगर आप किसी मजबूत कंपनी के शेयर खरीदते हैं और उसकी कीमत समय के साथ बढ़ती है, तो जब आप उसे बेचेंगे, तब आपको अच्छा खासा रिटर्न मिलेगा। 

    यह उन निवेशकों के लिए फायदेमंद है, जो लंबे समय तक इन्वेस्ट कर सकते हैं और ज्यादा जोखिम उठाने को तैयार हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपने 10 साल पहले TCS या HDFC Bank के शेयर खरीदे होते, तो आज आपका इन्वेस्टमेंट कई गुना बढ़ चुका होता। लेकिन इसमें एक जोखिम भी है – अगर कंपनी की परफॉर्मेंस खराब रही, तो स्टॉक की कीमत गिर भी सकती है।

    अब सवाल ये है कि Dividend Yield और Capital Appreciation में कौन-सा बेहतर है? इसका जवाब आपके निवेश के मकसद पर निर्भर करता है। अगर आपको रेगुलर इनकम चाहिए, तो Dividend Yield स्टॉक्स बेहतर हैं। लेकिन अगर आप लॉन्ग-टर्म ग्रोथ और बड़ा मुनाफा चाहते हैं, तो Capital Appreciation ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। समझदारी इसी में है कि आप दोनों का बैलेंस बनाकर चलें और अपनी जरूरत के हिसाब से सही इन्वेस्टमेंट चुनें!

    High Dividend Yield Stocks कैसे चुनें?

    अगर आप शेयर मार्केट से बिना शेयर बेचे भी हर साल अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो High Dividend Yield Stocks आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकते हैं। लेकिन सिर्फ ज्यादा डिविडेंड मिलने के लालच में कोई भी स्टॉक खरीद लेना सही नहीं है। 

    यह समझना जरूरी है कि सिर्फ हाई डिविडेंड देना किसी कंपनी की मजबूती की गारंटी नहीं होती! इसलिए सही स्टॉक्स चुनने के लिए कुछ अहम बातों पर ध्यान देना जरूरी है।

    सबसे पहले, कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ चेक करें। एक मजबूत कंपनी ही रेगुलर और स्थिर डिविडेंड दे सकती है। इसके लिए नेट प्रॉफिट, कैश फ्लो और डेट-टू-इक्विटी रेशियो देखें। अगर किसी कंपनी का कर्ज बहुत ज्यादा है और फिर भी वह हाई डिविडेंड दे रही है, तो यह खतरे की घंटी हो सकती है। यह संकेत देता है कि कंपनी सिर्फ निवेशकों को लुभाने के लिए डिविडेंड दे रही है, लेकिन उसकी असल ग्रोथ कमजोर हो सकती है।

    दूसरी बात, कंपनी का डिविडेंड देने का ट्रैक रिकॉर्ड देखें। अगर कोई कंपनी पिछले 5-10 सालों से लगातार डिविडेंड दे रही है और वह भी बढ़ती हुई दर पर, तो यह एक अच्छा संकेत है। इससे पता चलता है कि कंपनी का बिजनेस स्टेबल है और वह भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।

    तीसरी और सबसे अहम बात, Dividend Yield और Payout Ratio को साथ में Analyze करें। एक अच्छी कंपनी आमतौर पर अपने मुनाफे का 40-60% ही डिविडेंड में देती है। अगर कोई कंपनी अपने पूरे मुनाफे का 90-100% डिविडेंड में बांट रही है, तो यह चिंता की बात हो सकती है क्योंकि इसका मतलब है कि कंपनी ग्रोथ में ज्यादा निवेश नहीं कर रही।

    इसलिए सिर्फ हाई डिविडेंड देखकर निवेश करने की बजाय, कंपनी की पूरी फाइनेंशियल पोजिशन, ग्रोथ पोटेंशियल और इंडस्ट्री ट्रेंड को समझें। सही एनालिसिस के साथ निवेश करेंगे, तो आपको ना सिर्फ अच्छा डिविडेंड मिलेगा, बल्कि आपका इन्वेस्टमेंट भी Safe रहेगा!

    अगर आपको अच्छे High Dividend Yield Stocks ढूँढ़ने है तो आप screener.in के Website पे Visit कर सकते है.

    निष्कर्ष:

    शेयर मार्केट में पैसा लगाना आसान है, लेकिन स्मार्ट इन्वेस्टमेंट वही है जो आपको लंबे समय तक फायदा दे। High Dividend Yield Stocks एक शानदार ऑप्शन हैं, लेकिन सिर्फ डिविडेंड के लालच में कोई भी स्टॉक खरीद लेना गलत हो सकता है। सही कंपनी चुनने के लिए उसकी फाइनेंशियल हेल्थ, डिविडेंड देने का ट्रैक रिकॉर्ड और ग्रोथ पोटेंशियल को जरूर चेक करें।

    याद रखें, एक अच्छा डिविडेंड स्टॉक सिर्फ डिविडेंड ही नहीं देता, बल्कि आपका इन्वेस्टमेंट भी ग्रो करता है। अगर आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं और रेगुलर इनकम चाहते हैं, तो सही एनालिसिस के साथ High Dividend Yield Stocks को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें। यह ना सिर्फ आपकी फाइनेंशियल फ्रीडम को बढ़ाएगा, बल्कि आपको बिना किसी टेंशन के मार्केट से पैसा कमाने का मौका भी देगा।

    तो अगली बार जब भी आप High Dividend Yield Stocks चुनें, तो सिर्फ नंबर नहीं, पूरी कहानी समझें! क्योंकि सही जानकारी ही सही इन्वेस्टमेंट की कुंजी है।

    अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करने के लिए अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलना  चाहते हो, तो  निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे और एकाउंट ओपन करवाए

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    FAQ

    High Dividend Yield Stocks क्या होते हैं और ये फायदेमंद क्यों होते हैं?

    High Dividend Yield Stocks वे होते हैं जो अपने शेयरधारकों को हर साल उनके निवेश पर ज्यादा डिविडेंड देते हैं। ये उन निवेशकों के लिए फायदेमंद होते हैं जो रेगुलर इनकम चाहते हैं और शेयर प्राइस में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं झेलना चाहते। लेकिन ध्यान दें, सिर्फ हाई डिविडेंड देखकर निवेश करना सही नहीं होता, कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ भी देखनी चाहिए!

    सिर्फ Dividend Yield देखकर स्टॉक खरीदना सही है?

    नहीं! सिर्फ Dividend Yield देखकर स्टॉक खरीदना बड़ा रिस्क हो सकता है। कई बार कंपनियां ज्यादा डिविडेंड देने के लिए अपनी ग्रोथ को नजरअंदाज कर देती हैं या फिर उनकी वित्तीय स्थिति कमजोर होती है। इसलिए हमेशा कंपनी का बैलेंस शीट, प्रॉफिट ग्रोथ और डिविडेंड देने का ट्रैक रिकॉर्ड चेक करें।

    क्या हाई डिविडेंड देने वाली कंपनियां ज्यादा प्रॉफिटेबल होती हैं?

    जरूरी नहीं! कुछ कंपनियां अपने मुनाफे का बड़ा हिस्सा डिविडेंड में बांट देती हैं, जिससे वे अपने बिजनेस में ज्यादा निवेश नहीं कर पातीं। इससे उनकी लॉन्ग-टर्म ग्रोथ धीमी हो सकती है। इसलिए हाई डिविडेंड के साथ-साथ कंपनी की ग्रोथ पोटेंशियल को भी देखना जरूरी है।

    कौन-से सेक्टर्स में High Dividend Yield Stocks मिलते हैं?

    आमतौर पर बैंकिंग, FMCG, यूटिलिटी (Power, Gas, Water), IT और फार्मा सेक्टर की कंपनियां अच्छा डिविडेंड देती हैं। ये कंपनियां स्टेबल बिजनेस चलाती हैं और हर साल अच्छा कैश फ्लो जनरेट करती हैं। हालांकि, हर कंपनी को अलग-अलग एनालाइज करना जरूरी है क्योंकि सभी कंपनियां एक जैसी नहीं होतीं।

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